सुभास पार्टी ने अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी का 117वां जन्मदिवस धूम-धाम से मनाया।


    23 जुलाई 2023, दिन रविवार सुबह 11ः00 बजे। सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) ने अपने कार्यालय सुभाषिनी ऑफसेट, जगदीश नगर, गाजियाबाद पर अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद जी का 117वाँ जन्मदिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। 

अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद जी के चित्र पर माल्यार्पण कर जन्म दिवस समारोह की शुरुआत करते हुए भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने आजाद जी को नमन् करते हुए कहा चन्द्रशेखर आजाद जी बाल्यकाल अवस्था से ही भारत माता को आजाद कराने के लिए अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने लगे थे श्रीवास्तव जी ने बताया चंद्रशेखर आजाद जी का जन्म मध्य प्रदेश के भाबरा नामक स्थान पर एक साधारण परिवार में हुआ, बचपन में आजाद जी गाँधी जी से बहुत प्रभावित थे और उनके हर आन्दोलन में शामिल होते थे बाद में उन्होंने क्रांतिकारी दल का दामन थामा और आजीवन भारत माता को आजाद कराने में लगे रहे। सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी संयोजक सतेन्द्र यादव ने आजाद जी को उनके जन्मदिन पर याद करते  हुए कहा आजाद जी ज्यादा पढ़े लिखे तो नहीं थे लेकिन उनमें सम्पूर्ण भारत को समझने कि व क्रांतिकारी दल का नेतृत्व करने की जो विलक्षण क्षमता थी वह शायद ही किसी में हो, अंग्रेज आजाद जी से इतने घबराते थे कि जब आजाद जी इलाहाबाद में पार्क में शहीद हुए तब काफी देर तक किसी भी अंग्रेज अधिकारी की हिम्मत उनके मृत दैह तक पहुंचने की नहीं हुई । वर्तमान परिवेश में और भारत की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों में हम लोगों को और ज्यादा जागरूक होकर चंद्रशेखर आजाद जैसे शहीद क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग और संघर्ष को जनता के बीच ले जाना होगा अन्यथा सरकार में बैठे लोग तथाकथित लोगों को देशभक्त बना देंगे और हमारे यह शहीद क्रांतिकारियों को जनता भूलती चली जाएगी। प्रदेश प्रभारी अनिल सिन्हा जी ने आजाद जी को नमन करते हुए कहा भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए आजाद जी जैसे क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष को भारत की युवा पीढ़ी को बतलाना चाहिए जिससे प्रेरणा लेकर वह भारत निर्माण में अपना सर्वोच्च योगदान दे सकें। इस मौके पर पार्टी के लोकसभा प्रभारी बीएल बत्रा ने कहा कि ऐसे ही कायदे (कानून) तोड़ने के लिये एक छोटे से लड़के को, जिसकी उम्र 14 या 15 साल की थी और जो अपने को आजाद कहता था, बेंत मारने की सजा दी गयी। जैसे-जैसे बेंत उस पर पड़ते थे, वह ‘भारत माता की जय!‘ चिल्लाता था। हर बेंत के साथ वह लड़का तब तक यही नारा लगाता रहा, जब तक वह बेहोश न हो गया। बाद में वही लड़का उत्तर भारत के क्रान्तिकारी कार्यों के दल का एक बड़ा नेता बना। 

इस अवसर पर मनोज कुमार शर्मा ‘‘होदिया’’, अनिल मिश्रा, विनोद अकेला, डॉ अशोक शर्मा, डी सी माथुर, पवन सक्सेना, श्रीमति राजकुमारी यादव ने भी अपने विचार व्यक्त किए

  इस अवसर पर मुख्य रुप से पूर्व डीजीसी सुरेश यादव, राजीव गौतम, गोपाल सिंह, दीपक वर्मा, सुनील दत्त, प्रदीप पाठक, धीरेंद्र भदोरिया, डीसी माथुर, कमल यादव, पन्नालाल, संजय पासवान, संजय कुमार, राम गणेश सिंह, गणेश शर्मा, अशोक शर्मा, अजय श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, दिग्विजय सिंह, शिव कुमार सिंह, रघुवंशी, एमपी दीक्षित, शिव कुमार सिंह, हरीश कुमार, सूरज सन्यासी, रणधीर कुमार, कवि अभिलाषी, विकास कुमार, धर्मेंद्र यादव, राहुल, विनोद गुप्ता, राम गोपाल, नसरूद्दीन मलिक, जगदीश गोयल, दीपक कुमार, रिंकू, अक्षय, रोहित आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।